सन फार्मा (सन फार्मास्युटिकल इंडस्ट्रीज) कंपनी की स्थापना 1983 में दिलीप संघवी ने गुजरात के वापी में की थी।
सन फार्मा कंपनी की शुरुआत पांच मनोरोग प्रोडक्ट्स और दो व्यक्तियों की मार्केटिंग टीम के रूप में हुई थी।
उसके बाद कंपनी ने वापी, गुजरात में टैबलेट और कैप्सूल के लिए पहली मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट की स्थापित की थी।
1991 ने कंपनी मजबूत प्रोडक्ट और प्रोसेस डेवलपमेंट के लिए एक आधार तैयार करने के लिए पहला रिसर्च सेंटर स्थापित किया था।
1994 में सन फार्मा स्टॉक एक्सचेंज में IPO के माध्यम से लिस्ट हुई थी, यह IPO 55 बार ओवरसब्सक्राइब हुआ था।
2014 में रैनबैक्सी लेबोरेटरीज का अधिग्रहण करने के बाद सन फार्मा दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी स्पेशियलिटी जेनेरिक फार्मास्युटिकल कंपनी बन गई थी।
कंपनी के प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में जेनरिक, ब्रांडेड जेनरिक, स्पेशलिटी, मुश्किल से बनने वाले टेक्नोलॉजी इंटेंसिव
प्रोडक्ट्स, ओवर-द-काउंटर (OTC), एंटी-रेट्रोवायरल (ARVs), एक्टिव फार्मास्युटिकल इंग्रीडिएंट (APIs) शामिल हैं।