आरईसी लिमिटेड कंपनी प्रोफाइल, मालिक, चैयरमेन & MD, नेटवर्थ, बिज़नेस, प्रोडक्ट, सहायक कंपनियां & जॉइंट वेंचर, विकी और अधिक (REC Limited company details in hindi)
आरईसी भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत एक ‘महारत्न’ कंपनी है। यह RBI के साथ गैर-बैंकिंग वित्त कंपनी (NBFC), सार्वजनिक वित्तीय संस्थान (PFI) और इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंसिंग कंपनी (IFC) के रूप में पंजीकृत है। और यह पावर फाइनेंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड (PFC) की सहायक कंपनी है।
बायो/विकी (Bio/Wiki)
नाम:- | आरईसी लिमिटेड |
लीगल नाम:- | आरईसी लिमिटेड (REC Limited) |
प्रकार (Type):- | पब्लिक |
इंडस्ट्री:- | इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंस |
प्रोफाइल (Profile)
स्थापना की तारीख:- | 25 जुलाई 1969 |
मुख्य लोग:- | विवेक कुमार देवांगन (चैयरमेन & MD) |
मुख्यालय:- | नई दिल्ली, भारत (पंजीकृत कार्यालय) गुरुग्राम, हरियाणा (कॉर्पोरेट कार्यालय) |
स्टॉक एक्सचेंज:- | BSE: 532955 NSE: RECLTD |
राजस्व (Revenue):- | ₹39,520 करोड़ (वित्त वर्ष 2023) |
कुल संपत्ति (Total Asset):- | ₹4,65,503 करोड़ (वित्त वर्ष 2023) |
नेटवर्थ:- | ₹58,121 करोड़ (वित्त वर्ष 2023) |
मालिक:- | पावर फाइनेंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड |
वेबसाइट:- | www.recindia.nic.in |
कंपनी के बारे में (About Company)
REC लिमिटेड की स्थापना 1969 में साठ के दशक के अंत में भारत के सामने आई गंभीर सूखे की स्थिति की पृष्ठभूमि में की गई थी। कंपनी का प्रारंभिक कार्य मुख्य रूप से कृषि को बढ़ावा था और देश भर में राज्य बिजली बोर्डों को पंप-सेटों को सक्रिय करने में मदद करना था। उसके बाद REC ने उत्पादन, ट्रांसमिशन, डिस्ट्रीब्यूशन, रिन्यूएबल एनर्जी और नई तकनीकों जैसे इलेक्ट्रिक वाहन, बैट्री स्टोरेज, ग्रीन हाइड्रोजन आदि सहित संपूर्ण विद्युत-इन्फ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र को कवर करने के लिए अपने वित्तपोषण (Financing) अधिदेश को विकसित और विस्तारित किया था।
हाल ही में आरईसी ने गैर-विद्युत इन्फ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में भी विस्तार किया है, जिसमें सड़क और एक्सप्रेस वे, मेट्रो रेल, हवाई अड्डे, IT कम्युनिकेशन, सामाजिक और वाणिज्यिक इन्फ्रास्ट्रक्चर (शैक्षणिक संस्थान, अस्पताल), बंदरगाह और अन्य विभिन्न क्षेत्रों जैसे स्टील, रिफाइनरी आदि के संबंध में इलेक्ट्रोमैकेनिकल (E&M) कार्य शामिल हैं।
आरईसी देश में इन्फ्रास्ट्रक्चर परिसंपत्तियों के निर्माण के लिए राज्य, केंद्र और निजी कंपनियों को लॉन्ग टर्म लोन और अन्य फाइनेंसिंग उत्पाद प्रदान करता है। आरईसी बिजली क्षेत्र के लिए सरकार की प्रमुख योजनाओं में महत्वपूर्ण रणनीतिक भूमिका निभा रहा है। आरईसी अपने 22 राज्यीय कार्यालयों के माध्यम से देश भर में कार्यरत है।
आरईसी लिमिटेड भारतीय रिज़र्व बैंक में गैर-बैंकिंग वित्त कंपनी (NBFC), सार्वजनिक वित्तीय संस्थान (PFI) और इन्फ्रास्ट्रक्चर फाइनेंस कंपनी (IFC) के रूप में पंजीकृत है। यह पावर फाइनेंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड (PFC) की सहायक कंपनी है, जो भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय के स्वामित्व में आती है। आरईसी विद्युत मंत्रालय के अधीन कार्य करने वाली 12वीं महारत्न कंपनी है।
व्यवसाय (Business)
REC लिमिटेड देश में इन्फ्रास्ट्रक्चर परिसंपत्तियों के निर्माण के लिए राज्य, केंद्र और निजी कंपनियों को लॉन्ग टर्म और अन्य वित्तपोषण उत्पाद प्रदान करता है। REC निम्नलिखित सेक्टर्स को फाइनेंस करता है:
पावर सेक्टर
- कोयला उत्पादन
- ट्रांसमिशन
- डिस्ट्रीब्यूशन
- कोल् माइंस
रिन्यूएबल एनर्जी & नई टेक्नोलॉजीज
- सोलर
- Wind
- ऊर्जा संग्रहण
- बायो मास
- ग्रीन हाइड्रोजन
- BESS
- स्मार्ट मीटर्स
- E-mobility
इंफ्रास्ट्रक्चर & लॉजिस्टिक्स सेक्टर्स (Non-Power)
- मेट्रो
- रोड और हाइवेज
- एयरपोर्ट्स
- IT & कम्युनिकेशन
- बंदरगाह और जलमार्ग
- लॉजिस्टिक्स
- स्वास्थ्य क्षेत्र
- पानी और सफ़ाई व्यवस्था
- E&M स्टील इंफ़्रा
- E&M ऑयल रिफाइनरी
उत्पाद (Products)
- लॉन्ग टर्म लोन: कंपनी परियोजनाओं के लिए राज्य, केंद्र और निजी कंपनियों को लॉन्ग टर्म लोन प्रदान करती हैं।
- डेब्ट रीफाइनेंसिंग: कंपनी उधारकर्ताओं को उनकी ब्याज लागत कम करने के लिए डेब्ट रीफाइनेंसिंग योजना प्रदान करती हैं। यह सुविधा आम तौर पर चालू परियोजनाओं के लिए उपलब्ध होती है।
- उपकरण निर्माण का वित्तपोषण: कंपनी बिजली क्षेत्र में उपकरण या सामग्री के निर्माताओं को टर्म लोन प्रदान करती हैं।
- शॉर्ट टर्म/मीडियम टर्म लोन: बिजली उपयोगिताओं के उधारकर्ताओं को उनकी तत्काल वर्किंग कैपिटल आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए लोन की पेशकश की जाती है, जिसमें बिजली संयंत्रों, सिस्टम और नेटवर्क रखरखाव के लिए ईंधन की खरीद भी शामिल है। इसमें सभी लोन 1 से 3 वर्ष के कार्यकाल के लिए है।
- रिवॉल्विंग बिल भुगतान सुविधा (RBPF): जेनकोस और ट्रांसपोस प्राइवेट ट्रांसकोस, आईपीपी और RE जेनरेटर के बिजली खरीद बकाया और ट्रांसमिशन शुल्क के भुगतान के लिए डिस्कॉम के लिए उपलब्ध है।
- REC अन्य लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (LOU) जैसे गैर-फंड आधारित उत्पाद भी प्रदान करते हैं। बैंक गारंटी आदि के बदले में।
सहायक कंपनियां & जॉइंट वेंचर (Networth)
आरईसी लिमिटेड की कई सहायक कंपनियां और जॉइंट वेंचर हैं, जो इस प्रकार हैं:
REC पावर डेवलपमेंट एंड कंसल्टेंसी लिमिटेड (RECPDCL)
आरईसी की दो पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनियों को एक एकल इकाई बनाने, संचालन में बेहतर तालमेल हासिल करने, विभिन्न बाजार क्षेत्रों तक अधिक पहुंच प्राप्त करने और उच्च पूंजी आधार और एकत्रित संसाधनों का लाभ उठाने के लिए मिला दिया गया था। इस नई इकाई को अब आरईसी पावर डेवलपमेंट एंड कंसल्टेंसी लिमिटेड (पहले इसे आरईसी पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड) के रूप में जाना जाता है।
एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (EESL)
EESL ऊर्जा दक्षता परियोजनाओं को लागू करने, ऊर्जा कुशल उपकरणों के उपयोग को बढ़ावा देने, ऊर्जा सेवा कंपनियों (ESCOs) की अवधारणा को बढ़ावा देने आदि के लिए 4 पॉवर PSU – REC, पावरग्रिड, NTPC और PFC के साथ एक जॉइंट वेंचर (JV) है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
ANS: REC लिमिटेड देश में इन्फ्रास्ट्रक्चर परिसंपत्तियों के निर्माण के लिए राज्य, केंद्र और निजी कंपनियों को लॉन्ग टर्म और अन्य वित्तपोषण (Financing) उत्पाद प्रदान करता है।
ANS: आरईसी लिमिटेड का फुल फॉर्म रूरल इलेक्ट्रिफिकेशन कारपोरेशन था।
ANS: हाँ आरईसी एक महारत्न कंपनी है। और आरईसी विद्युत मंत्रालय के अधीन कार्य करने वाली 12वीं महारत्न कंपनी है।
ANS: हाँ आरईसी लिमिटेड एक सरकारी कंपनी है। यह पावर फाइनेंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड की सहायक कंपनी है।