आईडीएफसी फर्स्ट बैंक प्रोफाइल, स्थापना, MD & CEO, नेटवर्थ, प्रोडक्ट & सर्विसेज, विलय, विकी और अधिक (IDFC First Bank details in hindi)
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक एक भारतीय प्राइवेट सेक्टर का बैंक है। आईडीएफसी फर्स्ट बैंक की स्थापना 18 दिसंबर 2018 को तत्कालीन आईडीएफसी बैंक और तत्कालीन कैपिटल फर्स्ट के विलय से हुई थी।
बायो/विकी (Bio/Wiki)
नाम:- | आईडीएफसी फर्स्ट बैंक (IDFC First Bank) |
लीगल नाम:- | आईडीएफसी फर्स्ट बैंक लिमिटेड |
प्रकार (Type):- | पब्लिक लिस्टेड प्राइवेट बैंक |
इंडस्ट्री:- | बैंकिंग, वित्तीय सेवाएं |
प्रोफाइल (Profile)
स्थापना की तारीख:- | 18 दिसंबर 2018 |
मुख्य लोग:- | वेम्बू वैद्यनाथन (MD & CEO) |
मुख्यालय:- | मुंबई, महाराष्ट्र |
स्टॉक एक्सचेंज:- | BSE: 539437 NSE: IDFCFIRSTB |
राजस्व (Revenue):- | ₹27,195 करोड़ (वित्त वर्ष 2023) |
कुल संपत्ति (Total Asset):- | ₹2,39,882 करोड़ (वित्त वर्ष 2023) |
नेटवर्थ:- | ₹25,848 करोड़ (वित्त वर्ष 2023) |
वेबसाइट:- | www.idfcfirstbank.com |
कंपनी के बारे में (About Company)
आईडीएफसी लिमिटेड की स्थापना 1997 में इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स के फाइनेंस के लिए की गई थी। समय के साथ कंपनी ने एसेट मैनेजमेंट, इंस्टीटूशनल ब्रोकिंग, और निवेश बैंकिंग में डाइवर्सिफाइड किया था। 2014 में भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने प्राइवेट सेक्टर में एक नया बैंक स्थापित करने के लिए IDFC लिमिटेड को सैद्धांतिक मंजूरी दी थी। उसके बाद आईडीएफसी लिमिटेड ने अपने इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स फाइनेंस एसेट और देनदारियों को एक नई इकाई आईडीएफसी बैंक में ट्रांसफर दिया था। और IDFC बैंक को आईडीएफसी लिमिटेड से डीमर्ज करके लॉन्च किया गया था। IDFC बैंक ने 1 अक्टूबर 2015 को परिचालन शुरू किया था।
फ्यूचर कैपिटल होल्डिंग्स की स्थापना 2008 में फ्यूचर ग्रुप द्वारा की गई थी, जो एक गैर-बैंकिंग वित्त कंपनी (NBFC) थी। 2010 में V. वैद्यनाथन ने कंपनी की 10% इक्विटी शेयर हासिल किये और कंपनी में MD तथा CEO बने थे। उसके बाद अमेरिकी प्राइवेट-इक्विटी फर्म वारबर्ग पिंकस ने फ्यूचर कैपिटल में नियंत्रण हिस्सेदारी हासिल की थी। और बोर्ड का पुनर्गठन किया गया तथा एक नया ब्रांड कैपिटल फ़र्स्ट बनाया गया था।
जनवरी 2018 में IDFC बैंक और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी कैपिटल फर्स्ट ने विलय की घोषणा की थी। 18 दिसंबर 2018 को यह विलय पूरा हो गया था और इस जॉइंट का नाम बदलकर आईडीएफसी फर्स्ट बैंक (IDFC First Bank) कर दिया गया था। मार्च 2023 तक IDFC फर्स्ट बैंक की 809 शाखाये और 925 ATM का नेटवर्क है।
प्रोडक्ट/सर्विस (Product/Service)
बैंक खुदरा बैंकिंग, होलसेल बैंकिंग और निवेश बैंकिंग से संबंधित उत्पाद और सेवाएँ प्रदान करता है। IDFC फर्स्ट बैंक के मुख्य प्रोडक्ट्स इस प्रकार है:
- सेविंग अकाउंट
- करंट अकाउंट
- NRI अकाउंट
- RD & FD
- क्रेडिट & डेबिट कार्ड
- पर्सनल लोन
- होम लोन
- वाहन लोन
- गोल्ड लोन
- एजुकेशन लोन
- वर्किंग कैपिटल लोन
विलय (Merger)
18 दिसंबर 2018 को IDFC बैंक और कैपिटल फर्स्ट के विलय से IDFC फर्स्ट बैंक की शुरुआत हुई थी। 30 जून 2023 तक आईडीएफसी लिमिटेड के पास आईडीएफसी फर्स्ट बैंक में 39.93% हिस्सेदारी थी।
3 जुलाई 2023 तक बैंक के बोर्ड ने आईडीएफसी लिमिटेड के साथ विलय को मंजूरी दे दी थी। शेयरधारकों को IDFC लिमिटेड में वर्तमान में मौजूद प्रत्येक 100 शेयरों के लिए आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के 155 शेयर प्राप्त होंगे, जैसा कि स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी में कहा गया है। अक्टूबर 2023 में बैंक ने अपने विलय के लिए भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) से मंजूरी प्राप्त की थी।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
ANS: IDFC फर्स्ट बैंक की स्थापना जनवरी 2018 में IDFC बैंक और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी कैपिटल फर्स्ट के विलय से हुई थी।
ANS: आईडीएफसी फर्स्ट बैंक एक भारतीय प्राइवेट सेक्टर का बैंक है।