ग्रीव्स कॉटन | Greaves Cotton

ग्रीव्स कॉटन कंपनी प्रोफाइल, स्थापना, इतिहास, फाउंडर, व्यवसाय, नेटवर्थ, राजस्व, विकी और अधिक (Greaves Cotton success story in hindi)

ग्रीव्स कॉटन लिमिटेड एक भारतीय इंजीनियरिंग कंपनी है, जो इंजन और भारी उपकरण बनाती है। यह क्लीनटेक पावरट्रेन सॉल्यूशंस (CNG, पेट्रोल और डीजल इंजन), जेनरेटर सेट, फार्म उपकरण, ई-मोबिलिटी, आफ्टरमार्केट स्पेयर्स और सर्विसेज की लीडिंग मैन्युफैक्चर है।

बायो/विकी (Bio/Wiki)

नाम:-ग्रीव्स कॉटन (Greaves Cotton)
लीगल नाम:-ग्रीव्स कॉटन लिमिटेड
प्रकार (Type):-पब्लिक
इंडस्ट्री:-इंजीनियरिंग

प्रोफाइल (Profile)

स्थापना की तारीख:-1859
मुख्यालय:-मुंबई, महाराष्ट्र
स्टॉक एक्सचेंज:-BSE: 501455
NSE: GREAVESCOT
राजस्व (Revenue):-₹2,699 करोड़
(वित्त वर्ष 2023)
कुल संपत्ति (Total Asset):-₹2,724 करोड़
(वित्त वर्ष 2023)
नेटवर्थ:-₹1,587 करोड़
(वित्त वर्ष 2023)
वेबसाइट:-www.greavescotton.com

कंपनी के बारे में (About Company)

ग्रीव्स कॉटन लिमिटेड एक डाइवर्सिफाइड इंजीनियरिंग कंपनी है और क्लीनटेक पावरट्रेन सॉल्यूशंस (CNG, पेट्रोल और डीजल इंजन), जेनरेटर सेट, फार्म उपकरण, ई-मोबिलिटी, आफ्टरमार्केट स्पेयर्स और सर्विसेज की लीडिंग मैन्युफैक्चर है।

ग्रीव्सकॉटन एक मल्टी-प्रोडक्ट और मल्टी-लोकेशन कंपनी है। कंपनी आज विभिन्न बिजनेस यूनिट के तहत विश्व स्तरीय प्रोडक्ट्स और सॉल्यूशंस का निर्माण करती है और देश भर में 500+ ग्रीव्स रिटेल सेंटर और 6300+ छोटे स्पेयर पार्ट्स रिटेल आउटलेट है।

मोबिलिटी सेगमेंट में, कंपनी सालाना 4 लाख प्लस इंजन बनाती है। ग्रीव्स कॉटन ने 2018 में एम्पीयर व्हीकल्स के साथ लास्ट माइल अफोर्डेबल 2W पर्सनल मोबिलिटी सेगमेंट में अपने क्लीन टेक्नोलॉजी पोर्टफोलियो को बढ़ाया था।

इतिहास & स्थापना (History & Establishment)

कंपनी की स्थापना 1859 में जेम्स ग्रीव्स और जॉर्ज कॉटन ने की थी। इसे 1922 में एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के रूप में इनकॉरपोरेट गया था। 1937 में ग्रीव्स कॉटन ने इंग्लैंड के क्रॉम्पटन पार्किंसन के साथ एक ज्वाइंट वेंचर में प्रवेश किया था ताकि भारत में छत के पंखे और अन्य इलेक्ट्रिकल प्रोडक्ट्स की एक सीरीज पेश की जा सके। जिसे अब क्रॉम्पटन ग्रीव्स लिमिटेड के रूप में जाना जाता है।

1939 में रुस्टन एंड हॉर्नस्बी लिमिटेड, UK के साथ ज्वाइंट वेंचर में प्रवेश किया था और भारत में डीजल इंजन का को मैन्युफैक्चर करना शुरू किया था। ग्रीव्स कॉटन को 1947 में थापर ग्रुप के लाला करम चंद थापर ने खरीदा था। 1950 में इसे पब्लिक लिमिटेड कंपनी में बदल दिया गया था।

1962 में ग्रीव्स कॉटन ने डेविड ब्राउन गियर इंडस्ट्रीज, UK के कॉलेबोरेशन से पुणे में ग्रीव्स पावर ट्रांसमिशन यूनिट की स्थापना की गई थी और भारत में औद्योगिक और समुद्री गियरबॉक्स को मैन्युफैक्चर कर रही है।

1986 में कंपनी ने सिलिकॉन कार्बाइड क्रूसिबल्स का निर्माण करने के लिए मॉर्गनाइट क्रूसिबल लिमिटेड, UK के साथ ज्वाइंट वेंचर में प्रवेश किया था। वाइब्रेटरी कॉम्पेक्टर्स के निर्माण के लिए BOMAG GmbH, जर्मनी के साथ तकनीकी कॉलेबोरेशन किया था।

1996 में कंपनी ने ट्रांजिट मिक्सर और बैचिंग प्लांट लॉन्च किए थे। 2001में कंपनी ने इटली के CIFA के साथ तकनीकी कॉलेबोरेशन से कंक्रीटिंग उपकरण पेश किए थे। पर्यावरण के अनुकूल लाइट डीजल इंजन भारत स्टेज ।। (EURO II) उत्सर्जन मानदंडों का अनुपालन करते हुए लॉन्च किया गया था।

2007 में ग्रीव्स की दूसरी ट्रांजिट मिक्सर मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटीज चेन्नई के पास खोली थी। ग्रीव्स ने Bukh-Farymann GmbH डीजल, जर्मनी का अधिग्रहण किया था। ग्रीव्स ने औरंगाबाद में लाइट इंजन यूनिट IV की स्थापना की थी।

2018 ग्रीव्स कॉटन ने पारंपरिक/वैकल्पिक ईंधन और इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए 100वां ग्रीव्स केयर सेंटर खोला था। कंपनी ने नई पीढ़ी के पावरट्रेन अनुप्रयोगों को विकसित करने के लिए piaggio व्हीकल्स के साथ करार किया है।

ग्रीव्स कॉटन ने 2018 में एम्पीयर व्हीकल्स में 77 करोड़ रुपये में 67.34 प्रतिशत हिस्सेदारी ली थी। जुलाई 2019 में कंपनी ने प्राईमरी और सेकेंडरी शेयर खरीद के माध्यम से एम्पीयर व्हीकल्स में 38.5 करोड़ रुपये में अतिरिक्त 13.89 प्रतिशत हिस्सेदारी ली थी।((bq prime))

2019 में महिंद्रा ने BS-VI के लिए तैयार पावरट्रेन समाधान प्राप्त करने के लिए ग्रीव्स कॉटन के साथ साझेदारी की थी। उसी वर्ष ग्रीव्स कॉटन ने BS-VI अनुपालित, दुनिया का सबसे साफ सिंगल-सिलेंडर डीजल इंजन लॉन्च किया था।

2020 में कंपनी ने एम्पीयर ने मैग्नस प्रो इलेक्ट्रिक स्कूटर लॉन्च
किया था। ग्रीव्स जीनियस- स्मार्ट जेनसेट्स की एक सीरीज लॉन्च की थी। एम्पीयर ने ई-रिक्शा कंपनी- बेस्टवे में 74% हिस्सेदारी हासिल की थी। ग्रीव्स ने OHV पेट्रोल पंपसेट लॉन्च किया था।

2021 में एम्पीयर इलेक्ट्रिक ने रानीपेट में ई-मोबिलिटी मैन्युफैक्चरिंग प्लांट के लिए 700 करोड़ रुपये के निवेश की योजना तमिलनाडु सरकार के साथ MoU पर हस्ताक्षर किए थे।

व्यवसाय (Business)

इंजन (Engines)

ग्रीव्स ऑटोमोटिव इंजन (फ्यूल एग्नॉस्टिक पावरट्रेन सॉल्यूशंस) बनाती है, जो बहुत कम लागत और उच्च विश्वसनीयता के साथ आते हैं। वे अनुपालन मानदंडों (BS VI) को पूरा करते हैं, जो तिपहिया – यात्री और कार्गो एप्लीकेशन के लिए लास्ट माइल अंतिम मील में ऑटोमोटिव इंजन के उपयोग के लिए आदर्श हैं। ग्रीव्स 5kVA से 1250 kVA की रेंज में जनरेटर सेट की एक विस्तृत सीरीज बनाती है।

  • ऑटोमोटिव इंजन
  • पावर बैक-अप (जेनसेट) सॉल्यूशंस
  • कृषि उपकरण रेंज
  • इंडस्ट्रीयल इंजन

रिटेल (Retail)

ग्रीव्स लास्ट माइल मोबिलिटी सेगमेंट में विस्तार कर रहा है। निर्बाध गतिशीलता, उच्च अपटाइम और अधिकतम बचत सुनिश्चित करने के लिए कंपनी ने सेल्स सर्विस स्पेयर्स और सपोर्ट का एक लास्ट माइल में वाहनों के लिए इकोसिस्टम बनाया है। ग्रीव्स केयर आउटलेट ICE और EV डोमेन में वाहनों को निरंतर सपोर्ट प्रदान करने के लिए काम करते हैं।

  • ऑफ्टर मार्केट
  • ग्रीव्स केयर
  • ग्रीव्स रिटेल

इलेक्ट्रिक मोबिलिटी (Electric Mobility)

ग्रीव्स इलेक्ट्रिक मोबिलिटी इलेक्ट्रिक वाहनों – इलेक्ट्रिक – 2 व्हीलर, इलेक्ट्रिक-रिक्शा, इलेक्ट्रिक-साइकिल और इलेक्ट्रिक-ऑटो की विस्तृत सीरीज के साथ व्यक्तिगत और वाणिज्यिक दोनों क्षेत्रों में लास्ट माइल गतिशीलता खंड को फिर से परिभाषित कर रही है।

ग्रीव्स इलेक्ट्रिक मोबिलिटी वाहनों, शोरूम, स्पेयर्स, सपोर्ट और फाइनेंसिंग के एक इको-सिस्टम को सक्षम कर रहा है, जो संचयी रूप से भारत के लास्ट माइल तक इलेक्ट्रिक जाने के मिशन को गति देगा।

  • एम्पीयर इलेक्ट्रिक 2 व्हीलर
  • ELE इलेक्ट्रिक रिक्शा
  • MLR इलेक्ट्रिक ऑटो

वित्त (Finance)

छोटे संभावित ग्राहकों के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों की उच्च सामर्थ्य को सक्षम करना, फिनटेक ग्रीव्स कॉटन की वित्तीय ऋण देने वाली ब्रांच है। भारत के अर्ध-शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के अधिक संख्या में ग्राहक अब इसकी कम चलने वाली लागत और कम रखरखाव लागत के कारण इलेक्ट्रिक वाहनों का चयन कर रहे हैं, वित्तीय समाधानों की बढ़ती मांग है, जो EV की सामर्थ्य को अधिक से अधिक ग्राहक बढ़ाएगी।

ग्रीव्स टेक्नोलॉजीज लिमिटेड (Greaves Technologies Limited)

ग्रीव्स टेक्नोलॉजीज लिमिटेड ग्रीव्स कॉटन की इंजीनियरिंग सर्विस ब्रांच से संबंधित है। इसकी विशेषज्ञता डिज़ाइन से लेकर डेवलपमेंट, टेस्टिंग, वैलिडेशन, मैन्यूफैक्चरिंग और सप्लाई चेन मैनेजमेंट तक ऑटोमोटिव वैल्यू चैन में ऑटोमोटिव इंजीनियरिंग सॉल्यूशंस के व्यापक सूट की पेशकश करने में निहित है।

ऑटोमोटिव, कमर्शियल व्हीकल, फार्म इक्विपमेंट, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स, कंस्ट्रक्शन और इंडस्ट्रियल इक्विपमेंट स्पेस जैसे उद्योगों में टेक्नोलॉजी सॉल्यूशंस की पेशकश करती है।


ग्रीव्स कॉटन कंपनी के बारे में पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

Q. ग्रीव्स कॉटन का मालिक कौन है?

ANS: ग्रीव्स कॉटन को 1947 में थापर ग्रुप के लाला करम चंद थापर ने खरीदा था। 1950 में इसे पब्लिक लिमिटेड कंपनी में बदल दिया गया था।

Q. क्या ग्रीव्स कॉटन एक भारतीय कंपनी है?

ANS: ग्रीव्स कॉटन को 1947 में थापर ग्रुप के लाला करम चंद थापर ने खरीदा था। और अब इसका मुख्यालय मुंबई, महाराष्ट्र में स्थित है।